Jay gurudev
भागवत के रूप में स्वंय श्रीकृष्ण ही जगत में अवतरित हुए है l चारो वेद घोषित करते है कि भागवत का चरमफल भक्ति है । चारो वेद दही के समान और भागवत मक्खन के समान है । श्री शुकदेव जी ने ही वेद रूप दही को मथा जिससे भागवत रूप मक्खन निकला जिसे परीक्षित ने खाया ।
श्रील भक्ति प्रसाद विष्णु महाराज जी
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